खोरठा भाषा में अनेक शब्दों के एक शब्द

खोरठा के ढेइर सबदेक एगो शब्द | खोरठा भाषा के अनेक शब्दों के एक शब्द

खोरठा भाषा में अनेक शब्दों के एक शब्द one word of many words in Khortha language ,khortha bhasha mein kae shabdon ka ek shabd, खोरठा भाषा में अनेक शब्दों के एक शब्द download pdf, download pdf खोरठा भाषा में अनेक शब्दों के एक शब्द , खोरठा भाषा में अनेक शब्दों के एक शब्द jac exam 10th and 12th , खोरठा के अनेक शब्दों के एक शब्द ,

अनेक शब्द                    –      एक शब्द

 33-जे खेत -टाँइड़े हार चलावे हे — हरवाहा(जो खेत -टाँड़ में हार लाता है )

34-जे अखन के तोरल चाहे बनवल हे — टटका( जो अभी का तोड़ा या बनाया है )

35-जे घर में घुसल रहे हे — घरघुसरा ,घरघुस(जो घर में घुसा रहता है )

36- जे मनेक बाइत मने राखे हे — गुमनमुहाँ(जो मन का बात मन में रखता है )

37- जे एकदमें मइलाल रहे हे — घेजटाइल(जो एक दम गंदा रहता है )

38- जे गाछ मइर रहल हे — मरूवाइल( जो पेड़ मरन्नासन है )

39- जेकर गुना कुछो नखे — कंगाल( जिसके पास कुछ नहीं है )

40- गाँवेक बोड़ आदमी — जिमेदार( गाँव का बड़ा आदमी )

41- जे आदमी कुछो नाञ बुझे हे — भूचुँग( जो व्यक्ति कुछ नहीं जानता है )

42-जे एकदमे करिया हे — भूचुँग करिया( जो बिलकुल काला है )

43- जे ठिना गोबर डिंगांवल जा रहे — गोबरडिंग(जहाँ गोबर इकट्ठा किया जाता है

44- जे ठिना नहाइल जा रहे हे — घाट(जहाँ स्नान किया जाता है )

45- जे ठिना धान मइसल जा रहे हे — खरहियान(जहाँ धान पुआल से अलग किया जाता है )

46-खते के ओगरे खातिर ऊँच घर — माच( खेत का देखभाल के लिए बना ऊँचा घर )

47-पोंरा से बनावल अन्न राखेक — मोरा ,बीटा( पुआल से बनाया हुआ अनाज रखने का बरतन )

48-बाँसेक बनावल अन्न राखेक बरतन — डेमनी ,खाँचा(बाँस का बनाया हुआ अनाज का बरतन )

49- जे ठिना मरल आदमी सब के पोडावल / गाड़ल जा हे — मुरदघटी(जहाँ मरे आदमी को दफनाया /जलाया जाता है )

50-गाँव देवता — गाव देवता(गाव का देवता )

51- गाँवेक पुजा के जगह — मड़य( गाँव का पुजा स्थल )

52- जे ठिना पोंआर सरियाइ के राखल जा हे — माचा( जहाँ पुआल सजाकर रखा जाता है )

53- जे ठिना ओरी चुवे हे — ओगरी( घर के बाहर जहाँ पानी गिरता है )

54-जे घर के छाइन छारे हे — छाइन -छरवा(जो घर का खपड़ा ठीक करता है )

55- जे घर बनावे हे — मिसतिरी( जो घर बनाता है )

56- जे माटी-ताटी कोड़े हे — कुली( जो मिट्टी कोड़ता है )

57-जे झाड़-फूँक करे हे — भागता ,ओझा(जो झाड़ -फूँक करता है )

58- जे जनी झाड़ -फूँक करे हे — भगताइन ,ओझाइन(जो औरत झाड़ – फूक करती है )

59-घर में पूजा – पाठ करावे वाला — – बाभन( घर में पुजा -पाठ कराने वाला )

60- परब-तेहवार मे मेँ नोखना काटे वाला — नउवा(पर्व में नाखुन काटने वाला )

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *