खोरठा भाषा में सर्वनाम

खोरठा भाषा में सर्वनाम | खोरठा भाषा के सरबनाम |Pronouns in Khortha language

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सरबनाम:–   सरबनाम अइसन सबद के कहल जा हे सइंगा के जगS परजोग होवे हे । जइसे – मोहन भोरे अइले   हलव , ऊ काइल दिल्ली चइल गेलो । हीयाँ मोहन खातिर ‘ ऊ ‘ सबद के परजोग होल हे ,एकर माने ‘ ऊ ‘ एगो सरबनाम हे ।

( सर्वनाम वैसे शब्दों को कहते हैं जो संज्ञा के स्थान पर प्रयोग होता है । )

जैसे – मोहन सुबह आया था । वह कल दिल्ली चला गया ।यहाँ ‘ वह ‘ मोहन के लिए प्रयोग हुआ है ।अर्थात

‘ वह ‘ एक सर्वनाम है ।

खोरठा में सर्वनाम का प्रयोग (खोरठा मे सरबनाम के परजोग )

सरबनाम के प्रकार :-

(1) बेगइत वाचक सरबनाम (व्यक्ति वाचक सर्वनाम ) :– जिन सर्वनामों से कहने वाले ,सुनने वाले या जिसके विषय में बात की जाए , उसका बोध हो ,उन्हें व्यक्तिवाचक या पुरूषवाचक सर्वनाम कहते हैं ।

जैसे :– मैं, हम , मैने , हमने , तुम , आप , वह , वे आदि ।

                          खोरठा में वाक्य प्रयोग

1- हाम ( मैं ) — हाम घर जाइ रहल हि । ( मैं घर जा रहा हूँ )

2-हमिन ( हमलोग ) — हमिन धान रोपे जा हि । ( हमलोग धान रोपने जा रहे हैं )

3- तोंइ ( तुम ) — तोंइ पटना से कहिया अइले । ( तुम पटना से कब आया )

4- तोहर ( आप ) — तोहर तबीयत तो ठीके हइ ने । ( आपका स्वास्थ्य तो ठीक है न )

5- तोहीन (आपलोग ) — तोहीन सब नहाइ के घर आवा ।  ( आपलोग स्नान करके घर आइए )

6- तोहरिन (आप सब) — तोहरिन कहाँ जा हा ।  ( आप सब कहाँ जा रहे हैं )

7- तोहें ( आप ) — तोहें ठीके हा ने । ( आप ठीक है न)

8- हामें (मैंनें ) — हामें ई काम करले हिअव । ( मैंने यह काम किया है )

9- ऊ ( वह ) — ऊ इसकूल गेल हे । ( वह विद्यालय गया है )

10- ऊ (वह) — ऊ घर गेल हे । ( वह घर गया है )

(2) निसचय बाचक सरबनाम (निश्चयवाचक सर्वनाम) — जो सर्वनाम किसी व्यक्ति ,वस्तु की ओर निश्चय पूर्वक संकेत करे,निश्चय वाचक सर्वनाम कहलाता है।जैसे –यह,ये ,वह ,वे आदि ।

        खोरठा में वाक्य प्रयोग

(1)– ई ( यह ) — ई रामू के भाइ हइ  ( यह रामू का भाई है )

(2) –ऊ ( वह ) — किशोर बाजार गेले हलइ , ऊ घुर अइले हे  ( किशोर बाजार गया था ,वह लौट आया है )

(3)– ऊ ( वे ) — ऊ सोहन के बाप हइ ( वे सोहन के पिता जी हैं )

(4)– ई ( ये ) —  ई मुरगी के अंडा हइ ( यह मुर्गी का अंडा है )

(3) बेनिसचय बाचक सरबनाम ( अनिश्चय वाचक सर्वनाम ) :– जिस सर्वनाम से किसी निश्चित वस्तु प्राणी का बोध न हो वह अनिश्चय वाचक सर्वनाम कहलाता है । जैसे :– यहाँ कोई आया था ।

यहाँ कोई से किसी भी निश्चित वस्तु का बोध नहीं हो रहा है ।

खोरठा में वाक्य प्रयोग

1- कोन्हों (कुछ )— ओकरा कोन्हों -कोन्हों देइ देभीं  ( उसको कुछ कुछ दे देना )

2-केकरो ( किसी को ) — छठी नेहाइ के केकरो भेइज देंभी  ( छठी स्नान करने किसी को भेज देना )

3– कोय ( कोई ) — हियाँ कोइ अइले होतो ( यहाँ कोई आया होगा )

4- कोनों तरि ( किसी प्रकार ) — ऊ कोनों तरि घर अइलो ( वह किसी प्रकार घर आया )

(4) समबनध बाचक सरबनाम ( सम्बंध वाचक सर्वनाम ) :– जो सर्वनाम शब्द वाक्य में किसी दूसरे शब्द से सम्बंध बताता है । वह सम्बंध वाचक सर्वनाम कहलाता है,जैसे — जो जैसा करता है वह वैसा भरता है ।इस वाक्य में ‘ जैसा तथा वैसा ‘ सम्बंध वाचक सर्वनाम कहलाता है ।

                खोरठा में वाक्य प्रयोग

(1) जइसन -जइसन (जैसा – वैसा ) –- जे जइसन करतो वइसन भरतो (जो जैसा करेगा वैसा भरेगा )

(2) जइसन – वइसन (जैसी – वैसी ) – जइसन करनी  वइसन भरनी ( जैसा करेगा वैसा भरेगा )

(3) जो – ऊ ( जो – सो ) — जे सोवे हे ऊ खोवे हे ( जो सोता है वह खोता है )

(4) जे-ऊ ( जैसे -वैसे )–जे तकर जिबे ऊ तकर अइबे ( जैसे जाओगे वैसे आओगे )

(5) परसन बाचक सरबनाम ( प्रश्न वाचक सर्वनाम ) :– जिन सर्वनाम शब्दों का प्रयोग प्रश्न पूछने के लिए किया जाता है ,वे प्रश्नवाचक सर्वनाम कहलाते हैं ,जैसे — कौन , क्या ,कहाँ ,कैसा आदि ।

खोरठा में वाक्य प्रयोग

(1) के (कौन)  — के घर अइलो (कौन घर आया ?)

(2)कि (क्या ) — कि किन के लालने हें (क्या खरीद कर लाए हो ?)

(3)कहने ( किधर )— तोंइ कने से आइ रहल हें ( तुम किधर से आ रहे हो? )

(4) कहाँ (कहाँ) — गीदर गुला कहाँ गेलथिन (बच्चे सब कहाँ गये ?)

(5) कि रकम ( कैसा ) — कि रकम ई तिमनआ लागलइ (सब्जी कैसा लगा ?)

(6) कउन तरी ( किस प्रकार ) —कउन तरी ऐते दाम भेलइ ( किस प्रकार इतना दाम हुआ ?)

(6) नीज बाचक सरबनाम ( निजवाचक सर्वनाम ) :– जहाँ कर्ता के लिए ‘ अपना ‘ , ‘ अपनेआप ‘ स्वयं ,खुद या आप शब्दों का प्रयोग किया जाता है । वह निजवाचक सर्वनाम कहलाता है ।

            खोरठा में वाक्य प्रयोग

(1)- आपन (अपना ) — मोहन आपन काम कइर रहल हे ( मोहन अपना काम कर रहा है )

(2)- आपन ( अपने – आप )  — हाम आपन पइढ़ लेबो ( मैं अपने आप पढ़ लूँगा )

(3)-अपने ( स्वयं )  — तोरा अपने जाइ पड़तो ( तुम्हें स्वयं जाना पड़ेगा )

(4)- आपने (खुद हीं ) — ऊ आपने झुठ बइजकले हलो ( वह खुद हीं झुठ बोला था )

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