मुण्डारी भाषा [ स्वर ]

मुण्डारी भाषा [ स्वर वर्ण और माञा चिन्ह ] | मुनु बनि ओड़ोः बनितोङ चिना

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मुनु बनि ओड़ोः बनितोड़ चिना (स्वर वर्ण और मात्रा चिन्ह ) सोंगड़ा ओड़ोः रबलते पुचिदोः तन बनि कोगे मुनु बनि कजिओः तनअः। मुनु बनि पुचिद नतिन एटअः कोइअः देंगा दरकार बनोअः ।

(सरल एंव सहज से उच्चारित वर्णो को स्वर कहतें हैं। स्वर्ण वर्ण का उच्चारण के लिए दूसरे वर्णों की सहायता की जरूरत नही है ।)    

(1) दिगअः मुनु बनि   ( अल्प स्वर वर्ण )  –    

(2)  बोजा मुनु बनि    ( दीर्घ स्वर वर्ण )  —

(1) दिंगअः मुनु बनि    –   ओको बनिकोरअः पुचिद् सोंगड़ा ओड़ोः सेकड़ाते कजिओः तना । एनागे दिंगअः मुनु बनि कजिओः तनअ:। चिलकाः –अ,इ,उ,ए,ओ,अं ओड़ो: अः। (ऐसे वर्णों का उच्चारण सरल और अल्प कहा जाता हौ,अल्प स्वर वर्ण कहते हैं । जैसे- अ, इ, उ, ए, ओ, अं, अः ।)

(2)  जिलिड़ मुनु बनि    — ओको मुनु ब कोरअः पुचिद्  जिलिङ ओड़ोः गाड़ियोःतना , ने लेकन मुनु बनिकोग जिलिङ मुनु बनि कजिओः तनअः ।  चिलका – आ ,इ ,ई , ऊ ,ऐ ,ओड़ोः औ।( ऐसे स्वर वर्ण को दीर्घ और देर से होती है वैसे स्वर वर्ण को दीर्घ स्वर वर्ण कहते हैं। आ ,ई ,ऊ ,ऐ , और औ । )

(क)बोजा बनि ( व्यंजन वर्ण ) – मनु बनि ‘अ’ बेगर का पूचिदोः बनिकोगे ‘बोजा बनि’ कजिओः  तना । (स्वर वर्ण ‘अ’ के बिना उच्चारित नहीं होने वाली ध्वनि को ही व्यंजन वर्ण कहते हैं )

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पुनचिद् लेकाते बोजा बनि ओड़ोः उपनुतअःरे हटिङकना :-

(1) रबल बोजाबनि (अल्पप्राण ) – क ,ग ,च, ट, ड , त , द , प ओड़ोः ब।

(2) हंबल बोजा बनि  ( महाप्राण ) – ख ,घ, झ ,ठ , द , ध , फ ओड़ोः म ।

(3) मुनु बोजाबनि ( अनुनासिक ) – ङ ,ञ ,ण , न, ओड़ोः म ।

(4) तारा बोजाबनिः (अर्ध्द व्यंजन वर्ण ) – य , र , ल , व ,श ,ष ,स ,ह ,ड और ढ़।

लतर रे ओकलान टुड़िड़ बनि होड़ो जगर रेअः ओनोल रे का ओलोतनाः ऋ,ष,श,क्ष ओड़ोःत्र । (नीचे लिखे कुछ अक्षर मुण्डारी भाषा के लेखन में प्रयोग नहीं होता है ।)

होड़ो जगर ओनोलरे जोनोटो बनि का ओलोतना ओड़ोः ओको बनि रेअः पुनचिद तारागे कजिओतना , ओनोल रे जोद चिना ओमो:तना । चिलक  ,मेन्दो – मेन्दो । हन्ते-हेन्ते ।

(मुण्डारी भाषा लेखन में संयुक्त अक्षर नहीं लिखा जाता है और जिस वर्ण का उच्चारण अल्प उच्चारित होता है लेखन में हलन्त चिन्ह दिया जाता ।)बनितोड़ ,चिनाको (मात्रा चिन्ह)

बनितोड़ चिनाको मुनु बनि एसकर रे नमोःतना ।बनितोङ चिनाको बर हनाटिड़ रे हटिङाकना (मात्रा चिन्ह सिर्फ स्वर वर्ण में मिलते हैं । मात्रा चिन्ह दो भागों मे बांटा गया है।):-

(1) दिंगाए बनि तोङ चिनाको ( हस्व मात्रा चिन्ह ):-

 अ -(च्), उ – (चु) , ई – (ची) ,ए- (चे) , अं – (चं) ,अः-(चः)

(2) जिलिङ बनितोङ चिनाको (दीर्घ मात्रा चिन्ह ):-आ-(चा) ,ई-(चि),ऊ-(चू), ऐ-(चै),ओड़ो:, औ- (चौ) व्यंजन ।

पहमे  कजिः जिलिङ बनितोड़ चिना रे ’ऐ’ , ओड़ोः (औ), रै , रेअः मुनु चिना ओड़ो बदला रे ’ अए च अइ ओड़ोः अउ ,च ‘ आउ ’ ओलोःतना ।

चिलका (जैसे ):–

ओड़ा ओनोल (अशुध्द)           ठउका ओनोल (शुध्द)

ऐरा – गैरा                  अएरा-गएरा /अइस-गइस

मैनो                            मएनो

औरि                           आउरि/अउरि

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