मुण्डारी वर्णमाला ( बनि हिसिर )

मुण्डारी वर्णमाला ( बनि हिसिर )|Mundari bhasha vyakaran | Mundari literature and language

मुण्डारी वर्णमाला ( बनि हिसिर ),मुण्डारी व्याकरण की भाषा और अक्षर,Mundari Grammar Language and Alphabets ,Mundari Grammar PDF , Download मुण्डारी व्याकरण PDF ,JSSC Mundari language,jtet Mundari language ,JAC 10th and 12th मुण्डारी व्याकरण ,Mundari vyakaran ke bhasha ,

मुण्डारी वर्णमाला ( बनि हिसिर ) की सम्पूर्ण जानकारी

मुनु बनिको (स्वर वर्ण ) – अ ,आ ,इ ,ई ,उ ,ऊ ,ए ,ऐ ,ओ ,औ ,अं ,अः।

बोज़ा बनिको ( व्यंजन वर्ण ) – क ,ख ,ग ,घ ,ङ ,च ,छ ,ज ,झ ,ञ ,ट ,ठ ,ड ,ढ ,ण ,त ,थ ,द ,ध ,न ,प ,फ ,ब ,भ ,म ,य ,र ,ल ,व ,स ,ष ,ह ,ड़ ,ढ़ ,होड़ो जगर रे हिजतुन बोजा बनिको पुनुचिद् लेकाते नेका नमोःतना – (मुंडारी भाषा में व्यह्र्त व्यंजन वर्ण उच्चारण की दृष्टि से ऐसा पाते हैं  –

उद् टोटोड़ांते – क ,ख ,ग ,घ ,ङ (कण्ठ्य वर्ण ) तलुवा ते ;-च ,छ ,ज ,झ ,ञ ,लेः ए आद् तालुते (मूधर्वन्य वर्ण ) – ट ,ठ ,ड ,ढ ,ण, डाटा ते (दंतम वर्ण ) : त ,थ ,द ,ध ,न (उष्ण वर्ण )  लचो ते ; प, फ ,ब ,भ ,म (आष्ठ्य वर्ण  ) तारा मुनु बनिः (अर्द्धस्वर वर्ण )य ,र ,ल ,व ,उषम् बनिः से (उष्ण वर्ण ) पोकोतो पुनुचिद बनि ओष्ठ्य है (बलपूर्ण उच्चारित वर्ण )।

होड़ो जगर रे रबल बोज़ा बनि पुरअतन पुनुचिद्  रे फचिदोः तना । हंबल बोजा बनि दो जोर ते कजि परगड़ी दिपिलि पुचिदोःतना । चिलकाः –

पादा ( लात मारना ) – फ़ादा (ज़ोर से लात मारना ) – कोड़म (भारीचीज से मारना ) – खोड़म ( ज़ोर से भारी चीज से मारना )।

( मुण्डारी भाषा में अल्पप्राण वर्ण अधिकतर बोली में उच्चारण की जाती है । महाप्राण वर्ण सिर्फ किसी बात को जोर से कहने के समय उच्चारित करते हैं ।)

होड़ो जगर ओनोल रे मुनु बोज़ा बनिकों (अनुनासिक वर्णो ) ङ ,ञ ,ण ,न , म, आद् ,अं नमोः तना (मुंडारी भाषा के लेखन में अनुनासिक वर्णो ,ङ ,ञ,ण , न , म , तथा अं पाते हैं ।)

चिलका (जैसे)- अलड़ –हमदोनों ।अइञ् – मैं । एनड़ – तभी । एंगाइञ् – मेरी माँ । मुण्डा – मुन्डा । एनामेन्ते – इसलिए । मेन्दो – लेकिन । अंका दुवर – बाहरी दरवाजा ।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *