शेख भिखारी

शेख भिखारी की जीवनी खोरठा भाषा में | Sheikh bhikhari ki jevani khortha bhasha mein | Biography of Sheikh Bhikhari in Khortha language

शेख भिखारी की जीवनी खोरठा भाषा में

आजादिक सिपाही ,उमदा साहसगर ,बालगर शेख भिखारीक जनम ओरमांझी थानाक खुदिया –लोटवा गाँवें 1819 ईस्वीञ् हेल रहे । एकर आजाक नाम शेख बिलन्दु आर बापेक नाम शेख पहलवान रहे। शेख पहलवान के बारह गाँवेक जमीनदार री मिलल रहे । ऊ गाँवे रहे खुदिया – लोटवा ,बोन –लोटवा ,कुटे ,सांडी ,भुसुर ,रोला,मोटा , हेन्दे ,बेली ,चाडू नागगढ़ आर साहेदा – जसपुर । शेख भिखारी जमींदारी कामें कुशल रहे तो जुधकला आर घुड़सवारी में  माहिर । तकर चलते खटंगा राजा टिकैत उमराव सिंह ओकरा आपन देवान दुइयों में प्रेम कर भावना रहे । ई सब भाव अठारह  सव सन्तावनेक  (1857) करान्तिञ् उजागर हेल ।ई करान्ति संउस भारते लागल रहे ।झांसीक रानी लक्ष्मीबाई ,कानपुरे तात्या टोपो , बिहारे कुँवर सिंहे ,हेंन-तेन एकर अगुवाई करल हलथ ।अइसन पहर छोटानागपुर कइसे चुप रहत ?सेले ई आइग हियों लागल जकर मेँ विश्वनाथ  साहदेव , माधो सिंह ,उमरावं सिंह आर शेख भिखारी  ई सब के बेसी जोगदान रहे ।शेख भिखारीक उमइर ई पहर 38 साल रहे । ऊ उमदा काम कर खातिर तइयार हेल ।आपन  तरकीब से चुटुपालू घाटी ले चाड़ू घाट तइक अइसन काम करल कि अंग्रेज़ के हुवां ले भागे पड़ल । शेख भिखारीक मदइत ले डोरेन्डाक जमादार माधो सिंह लड़ाय में सामिल हेल । एखिन कर तोपेक    डरे अंगरेज़ कप्तान ग्राहम के हजारीबाग भागे पड़ल आर राँची के एखिन आपन कब्जाञ करला ।

विश्वनाथ साहदेव के छोटानागपुरेक  राजा बनवल गेल । सोब मिली के अइसन लड़ाय  शुरू करला कि छोटानागपुरेक कमिश्नर डाल्टन के पीठोरीयाक डहरे बागोदर भागे पड़लइ । ई नियर 2 अगस्त 1857 के छोटानागपुर से अंगरेज कर सासन खतम हेइ गेल ।  शेख भिखारीक दोसर उमदा काम हेल – सिख  फउद मेजर बिसन सिंह के विश्वनाथ साहदेव कर चिट्ठी देय के बहकावल की गोटा देस अंगरेज कर बिरोध करी रहल हे ,कि ई टा तोहीन नाञ् जानहय ।  तेसर उमदा काम रहे हजारीबाग जायके हुवाँ उकसावल पर सुरेन्दर साह कर अगुवाइ में विद्रोह सुरू हेल आर हुवांक जेहल खाना के तोइर के संथाली बंदी सिपाही सबसे बहरावल गेल । कुटचाली आर खंडजंतर से फ़इन अंगरेज राँची पोहइच गेला । लड़ाय फइन सुरू हेल सब कोय पूरा जोसे लड़े लागला  मगुर साधन कम रहेक चलते बेसी दिन टिके नी पारला आर 6 जनवरी 1858 के राँचीक टैगोर टुंगरी पासे उमराव सिंह आर शेख भिखारी धराय गेला ।कहल जाहे कि हुवें दुइयो माराय गेला आर टैगोर टुंगरी पासे उमराव सिंह कर लास के गाछे टांगल गेल आर शेख भिखारी कर लास के चुटुपालू घाटीञ टाँगल  गेल ।अदमी के डेरावे  खातिर कहल गेल कि ओखिन के फाँसी देल गेल हे ।इ नीयर छोटानागपुरेक अजादीक सिपाही सब के अन्त हेल ।

आइझ चुटुपालू घाटें राँची जाएक सड़क धरी ओकर इयाद खातिर बोर गाछ पासे भिखारिक स्मारक बनवल गेल हे आर आब 8 जनवरी के ओकर (शेख भिखारीक ) शहादत दिवसमनवल जाहे ।                                                                                           

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