सुपुतु : अकन ठुड़को ( सहचर शब्द )

सुपुतु : अकन ठुड़को ( सहचर शब्द ) मुंडारी व्याकरण | मुण्डारी भाषा शिक्षण और साहित्य

सुपुतु : अकन ठुड़को ( सहचर शब्द ),मुंडारी भाषा, मुंडारी भाषा साहित्य, मुंडारी भाषा हिंदी में ,मुंडारी भाषा सीखना है ,मुंडारी भाषा में,मुंडारी भाषा कैसे सीखे ,मुण्डारी भाषा शिक्षण और साहित्य

सुपुतु : अकन ठुड़को ( सहचर शब्द )

अयर  – तयोम  ( आगे – पीछे )

अड़  – अयुब  ( सुबह – शाम )

ओड़अः – दुवर (घर – द्वार)

ओते – सिरमा ( जमीन- आसमान )

अरिल – दअः ( ओला – पानी )

अता  – तबेन ( मूढ़ी – चिउड़ा )

अलड़ – तलड़ (हम – तुम)

अलय – बलय ( घबराना )

ओतोड़ – पोतोल (आगे – पीछे )

ओल  – पड़व ( लिखना – पढ़ना )

इलि  – अरकी ( हँड़िया – दारू )

इर  – आउ ( काटना – लाना )

इंदूर  – निदूर ( यहाँ – वहाँ )

उरीः – मेरोम (गाय – बकरी )

ऊद् – पुटकुड़ ( दुखड़ी – रूगड़ा )

उर – गिड़ि (खोदना – फेंकना )

उकिल – मुंशी (वकील – मुंशी )

उतु  – मंडी (तियन /सब्जी – भात)

कलि – कंटड़ा ( आम कटहल )   

एपेरड़ – कपाजि (लड़ना – झगड़ा)

 एंगा – अपु ( माता – पिता )

एला – ढोला (आओ –चलो)

कुला – मिडि (बाघ – भालू)

काका – काकि (चाचा – चाची)

किरिड – अकिरिड (खरीद – बिक्री)

कोड़ा – कुड़ि (पुरूष स्त्री / लड़का – लड़की)

कोनेया – बो’र ( दुल्हन – दुल्हा )

केड़ा – उरीः (भैंस – गाय)

गोड़ा – पिड़ि (गोंड़ा – टाँड़ )

चउलि – दालि (चावल – दाल )

चेतन – लतर ( ऊपर – नीचे )

चूना – तमाकु (चूना – तम्बाकू )

जड़ – जिलू (हड्डी – माँस)

जिलु – मंडी ( मांस – भात )

जोनोः – इंपिल (झाड़ – तारा )

जोम – नू ( खाना – पीना )

जेटे – जरगि ( गर्मी – बरसा  )

जिनिद – गोनोएः ( जीवन – मरण )

तिरिल – तरोब ( केंद – चार )

तोवा  – मंडी (दूध – भात )

दंगड़ा – दंगड़ि ( युवक – युवती )

दसि – कमिड़ि ( नौकर – नौकरानी )

दुकु – सुकु ( दुख – सुख)

निदा – सिंगी (रात – दिन) 

नेतअः – हेनतः (यहाँ – वहाँ )

नू – जोम (पीना – खाना )

निर – सेन (दौड़ना – चलना)

निंबू – दअः ( नींबू – पानी )

नाला – कमि (मजदूरी – काम)

नवा – पुरना (नया – पुराना )

पटि – परकोम (चटाई – खटिया)

पपड़ा – सेरेड़ (पपड़ी – चट्टान )

बबा – चउलि ( धान – चावल )

बिर – बुरू (जंगल – पहाड़ )

बुरु – जोला (पहाड़ी – चढ़ान)

बुलुड़ – मंडी ( नमक – भात )

मंडी – उतु (भोजन – तरकारी )

मिंडि – मेरोम (भेड़ – बकरी)

मुनु – रसि ( मूल – रस )

मुण्डा – मड़की ( मुण्डा – मानकी)

मेद् – लुतुर (आँख – कान)

राजा – रानी (राजा – रानी )

रेंड़ो – तेतड़ (भूख – प्यास )

रू – सुसुन ( हिलाना – उठाना )

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *