Udbhasal karn Notes PDF,उद्वासल कर्ण नाटक PDF , Udbhasal karn natak khortha for jssc and jpsc exams ,खोरठा लोक साहित्य, खोरठा यात्रा वृतांत, खोरठा लोकगीत, खोरठा नाटक पीडीफ, उद्वासल कर्ण नाटक , खोरठा नाटक , Best Khortha Natak MCQ for All jharkhand EXAMS
उद्वासल कर्ण (नाटक) की संक्षिप्त जानकारी
लेखक श्रीनिवास पानुरी जी
जन्म = 25 dec 1920
मिरतू = 7 oct 1986
जन्म स्थान = बरवाअड्डा ,कल्याणपुर ,जिला – धनबाद (झारखंड)
मायेक नाम = दुखनी देवी
बापेक नाम = शालिग्राम पानुरी जी
पत्नी नाम = मूर्ति देवी
परकासित रचना —
बलकिरण – (कविता संग्रह)
दिव्य ज्योति – (कविता संग्रह)
तितकी – (कविता संग्रह)
उदवासल कर्ण -(नाटक )
चाभी काठी – (नाटक)
रामकथामृत – (खण्ड काव्य)
मेघदूत- ( अनुवादित काइब )
अपरकासित रचना —
समाधान – (खण्ड काइब)
अग्नि परीक्षा – (खण्ड काइब )
मोह भंग – ( काइब )
मोह भंग – ( कविता संग्रह )
मधुक देसे – ( कविता संग्रह )
जुगेक गीता – (कम्युनिस्ट मैनिफेस्टो के खोरठा काव्य अनुवाद )
छोटो जी – (हाँसि ठठा)
पत्र –पत्रिका सम्पादन / प्रकाशन —
मातृभाषा (खोरठा ),खोरठा एंव तितकी
उपाध —- किसने दिया / कहा
‘ खोरठाक भीषम पितामह ’ –- विश्वनाथ दसौंधी राज
खोरठाक ‘ वाल्मिकी ‘ — पंडित रामदयाल पाण्डेय
खोरठाक ‘ टैगोर ‘ — डॉ.चतुर्भुज साहू
श्रीनिवास धानुरी का जीवन परिचय विस्तार से —-
श्रीनिवास पानुरी जी का जन्म 25 दिसम्बर 1920 में कल्यांनपुर मेँ बरवाडिह (बरवाअड्डा) ,धनबाद मेँ हुआ था ।इनके पिता शालिग्राम पानुरी जी थे ।जो एक किसन थे ।इनकी माता का नाम दुखनी देवी था ।1930 मेँ प्राइमरी स्कूल की पढ़ाई के पश्चात् इनका नामांकण जिला स्कूल मे हुआ । गरीबी के कारण मेँ दसवीं तक की पढ़ाई कर सकें । लेकिन इस समय तक इनकी साहित्यीक रुचि जाग चुकी थी ।इसके पश्चात् इसका विवाह मूर्ति देवी से होता है ।
1939 मेँ इनके पिता की और 1944 मेँ माता की मृत्यु होती है ।1946 मेँ पानुरी जी पुराना बाज़ार धनबाद मेँ गुंगटी खोले । इनका बड़ा परिवार होने की वजह से इनकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी ।
॰ इनके परिवार मेँ पत्नी मूर्ति देवी के अलावे ,बेटा ,भगवान दास ,राज़कीशोर पानुरी ,अर्जुन पानुरी ,अरुण बाल पानुरी एंव बेटियाँ निर्मला देवी ,रेखा देवी और आशा देवी थी ।
Read also : jharkhand general information
Q. उद्वासल कर्ण नाटक के लेखक का क्या नाम हैं ?
Ans = लेखक श्रीनिवास पानुरी जी