कुँड़ुख़ भाषा व्याकरण उपसर्ग (मुहड़ालटखु )
मुहड़ालटखु आ बकओटा तली एकदा एकअम बक ही मुहड़ा नू बरअर अदि घी मनेन बदल ई मलता बिहइत ओंदरई ।
( उपसर्ग वह शब्दांश है जो किसी शब्द के पहले आकर उसके अर्थ में परिवर्तन या विशेषता लाता है, उपसर्ग कहलाते हैं ।)
एकासे का (जैसे) – मल , बे, म, पे, जो, अ, अन, हर, अर, अड़ ,बि, अधि, अध, लूर, ए, गर ।
कुँड़ुख़ भाषा उपसर्ग (मुहड़ालटखु) हिन्दी अर्थ
1. मल = मल +कोड़े = मलकोड़े = नहीं ठीक है
2. बे = बे+मइनता = बेमइनता = बिना इच्छा का
3. बे = बे+गरनू = बेगरनू = बिना मतलब का
4. म = म+ख़वोन = मख़वोन = पोतना
5. पे = पे+सना = पेसना = चुनना
6. जो = जो+ड़ा = जोड़ा = पशु बांधने की रस्सी
7. अ = अ+चाका = अचाका = अचानक
8. अन = अन+दाजी = अनदाजी = बेकार
9. हर = हर+जना = हरजना = भरना
10. अर = अर+गो = अरगो = चढ़ेगी
11. अड़ = अड़+खड़रना = अड़खड़रना = बाधक
12. बि = बि+सना = बिसना = बेचना
13. बि = बि+सर = बिसर = गंध
14. अधि = अधि+यरना = अधियरना = कम होना
15. अध = अध+माख़ा = अधमाख़ा = आधा रात
16. लूर = लूर+कुड़िया = लूरकुड़िया = विद्यालय
17. ए = ए+ड़पा = एड़पा = घर
18. गर = गर+जरना = गरजरना = चिल्लाना