Prof. Bhuvneshwar Sahu biography | प्रो.भुवनेश्वर साहु खोरठा साहित्यकार

प्रो. भुवनेश्वर साहू, एक प्रसिद्ध साहित्यकार और शिक्षाविद् हैं जिनका जीवन एक उदाहरण स्वरूप है। उन्होंने अपने उत्कृष्ट योगदान के लिए साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में समर्पित किया है ,साहू जी का साहित्य क्षेत्र में योगदान उनकी अमूर्त रचनाओं के माध्यम से विशेष रूप से प्रमुख है।शिक्षा के क्षेत्र में भी उनका योगदान महत्वपूर्ण है, उनकी शिक्षा में अद्वितीयता और शिक्षा के प्रति प्रेम के कारण उन्हें एक अग्रणी शिक्षाविद्यार्थी बना देता है।इस आलेख के माध्यम से, हम जानेंगे कि प्रो. भुवनेश्वर साहू का व्यक्तिगत और साहित्यिक जीवन कैसा रहा है, उनके योगदान का महत्व क्या है और कैसे उन्होंने अपने क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छूने का साहस दिखाया है।

खोरठा साहितेक  एगो दमगर रचनाकर प्रो॰ भुवनेश्वर साहु कर जनम 8 जनवरी 1959  में गाँव साकुल  (पतरातू)  जिला – रामगढ़ में एगो साधारण परिवारे हेल हे। इंनखर  बापे के नाम किशुन साव और मायेक नाम बुधनी देवी हे । पहिल पढ़ाइ गाँवेक स्कूले । मैट्रिक राज्य सम्पोषित हाई स्कूल पतरातू से 1978 में आर बी॰ए॰ मारवाड़ी कॉलेज राँची से 1982 में पास करल हथ । राँची विश्वविद्यालय राँची कर जनजातिय एवं क्षेत्रिय भाषा विभाग से खोरठा में एम॰ए॰ 1985 में पूरा विभागे टॉप कर संगे पास करल हथ । नेट परीक्षा 1989 में पास करल हथ । दिसम्बर 1995 से पी॰टी॰ पीए॰स ॰ कॉलेज पतरातू में खोरठाक प्रोफेसर रुपे काम कइर हलहथ ।

कृति – पइसाकमीक चलते चलते कानो किताब छपल नखे ,मगुर इनखर कविता ,कहनी कई गो पतरिकाञ छपल हे ।नव कलासेक ‘ कुलदीपा ’कहनी आर दस कलासेक ‘ संतोख ’ कहनी बेजोड़ तो कविता में ‘ माटीक ’ सोंध बास भी महत्वपूर्ण हे ।

सम्पादन  – नव-दस कलासेक किताबें सम्पादक मंडल समूह में शामिल हथ । इंनखर  भाषा – शैली मधुर, सरल ,सुबोध आर आकर्षक है । कहनी में लम्बा –लम्बा लिखे में महारथ हथ । संतोष कहनी पूरा सामाजिक ।

Q 1.प्रो. भुवनेश्वर साहु का जन्म कब हुआ है ?

Ans -प्रो. भुवनेश्वर साहु का जन्म 8 जनवरी 1959 को गाँव साकुल (पतरातू), जिला – रामगढ़, में हुआ था।

Q 2.प्रो. भुवनेश्वर साहु के माता-पिता का नाम क्या है ?

Ans -उनके बापे का नाम किशुन साव और मायेक का नाम बुधनी देवी है।

Q 3.प्रो. भुवनेश्वर साहु ने कहां पढ़ाई की थी ?

Ans -प्रो. भुवनेश्वर साहु ने पहली पढ़ाई अपने गाँव के स्कूल से की और उन्होंने मैट्रिक राज्य सम्पोषित हाई स्कूल पतरातू से पास की।

Q 4.कैसे बनी प्रो. भुवनेश्वर साहु की राह का पहला कदम ?

Ans -उन्होंने राज्य सम्पोषित हाई स्कूल पतरातू से मैट्रिक पास करके, राजीव गांधी कॉलेज, राँची से 1982 में आर बीए पास की और फिर राँची विश्वविद्यालय से खोरठा में एम.ए. कर टॉप कर संगे पास हुए।

Q 5.प्रो. भुवनेश्वर साहु का लेखन क्षेत्र क्या है ?

Ans -प्रो. भुवनेश्वर साहु का लेखन क्षेत्र साहित्य, कविता, कहानी, और सम्पादन में है।

Q 6.कौन-कौन सी किताबें हैं जिन्हें प्रो. भुवनेश्वर साहु ने लिखी हैं ?

Ans -उनकी कई किताबें हैं, जैसे कि ‘कुलदीपा’ और ‘संतोख’, जो कहानियों पर आधारित हैं, और ‘माटीक’ जो कविताओं पर आधारित है।

Q 7.कौन-कौन सी पुरस्कारे प्रो. भुवनेश्वर साहु ने प्राप्त किए हैं ?

Ans -उन्होंने नव-दस कलासेक किताबें सम्पादक मंडल में शामिल होकर कई पुरस्कार जीते हैं।

Q 8.प्रो. भुवनेश्वर साहु किस विषय पर अध्ययन कर रहे हैं ?

Ans -उन्होंने खोरठा में राँची विश्वविद्यालय से एम.ए. किया है, और उनका अध्ययन क्षेत्र है जनजातिय एवं क्षेत्रिय भाषा।

Q 9.प्रो. भुवनेश्वर साहु का शैली कैसी है ?

Ans -उनकी भाषा-शैली मधुर, सरल, सुबोध, और आकर्षक है, जो पढ़ने वालों को सम्मोहित करती है।

Q 10.प्रो. भुवनेश्वर साहु का प्रोफेशनल करियर कैसा है ?

Ans -उन्होंने दिसम्बर 1995 से पीटी पीएस कॉलेज पतरातू में खोरठा के प्रोफेसर के रूप में काम कर रहे हैं।

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