अभिवृद्धि एवं विकास |Growth and Development

अभिवृद्धि एवं विकास ,Growth and Development

वृद्धि (Growth) जब हमारे शरीर की संरचना या आकार बढ़ना शुरू होता है उसे वृद्धि कहते है ।

when our body structure or shape starts growing, this is known as growth.

1. वृद्धि का स्वरुप बाह्य होता है। Growth is External Level.

2. वृद्धि कुछ समय के बाद रुक जाती है। उदहारण:- लम्बाई, चौड़ाई

3. वृद्धि क्रम के अनुसार नहीं चलती। उदहारण :- कभी हमारी लम्बाई बढ़ती है तो कभी हमारा भार बढ़ता है। Growth in not a seqvential process e.g., at times there is growth in our height whereas at other times there is growth in our weight.

4. वृद्धि दिशाहीन होती है। Growth is without any fixed directions.

 5. वृद्धि का हम मापन (Measurement) कर सकते है। उदाहरण:- हम भार, लम्बाई को नाप सकते है। Growth can be measured, e.g., we can measure our height or weight.

6. वृद्धि केवल परिमाणात्मक होती है। Growth is only quantative.

7. वृद्धि जीवकोशियो (Cells) पर आधारित होता है क्योकि हमारे शरीर में बहुत सारी कोशिकाएं होती है जो शरीर का निर्माण करती है।

Growth is dependent on cells as our body is made of number of cells.

8. वृद्धि होने से विकास हो भी सकता है और नहीं भी । उदहारण :-जब कोई आदमी मोटा होता जा रहा है तो उसकी वृद्धि हो रही है परन्तु ये जरुरी नही कि मोटा होने से उसका क्रियात्मक विकास भी बढ़े। Beacause of growth there may be or not may be development. Example :- When a person is gaining weight, it is not necessary that his IQ is also increasing

विकास (Development) जब हमारे मानसिक, सामाजिक, संवेगात्मक, तथा बौद्धिक पक्षों में परिपक्वता आती है तो उसे विकास कहते है Where there is a maturity in our mental, social, emotional or intellectual pattern, this is known as development.

1. विकास का स्वरुप आंतरिक एवं बाह्य दोनों होता है। उदहारण :-मस्तिष्क, भाषाज्ञान. Development is both at external and internal levels.

2. विकास जीवन भर चलता रहता है। Development continues throughout our life.

 3. विकास में निश्चित कम होता है।

उदहारण :- हमे अपना जितना विकास करना होता है उतना हो जाता है। मानसिक विकास, सामाजिक विकास जितना हम चाहेंगे उतना ही होगा। Development is a seqvential process. We can develop as much as we want. Mental development, social development happens as per our efforts and wishes.

4. विकास की एक निश्चित दिशा होती है Developments is towards a definite.

5. विकास का हम सीधे सीधे मापन नही कर सकते उदहारण :- हम सामाजिक विकास, नैतिक विकास का मापन नही कर सकते हम केवल मानसिक विकास का मापन कर सकते

Development can’t be measured, directly e.g., our social or moral development cannot be measured, however our mental development or I.Q. level can be measured.

6. विकास परिमाणात्मक और गणात्मक दोनों होता है। Development is both quantitative and qualitative.

7. विकास संगठनात्मक तरीके से होता है क्योंकि विकास सभी विकास का एक संगठन है। Development is organizational, i.e., organisation of all the different types of development.

8. विकास वृद्धि के बिना भी संभव है । क्योंकि कुछ व्यक्तियों का आकार, ऊँचाई या भार नही बढ़ता परन्तु उनमे नैतिक विकास, सामाजिक विकास, बौदधिक विकास अवश्य होता है। Development is possible without growth also. Some people may not grow in shape, height, weight but there is development in their moral, social domain.

Fine Motor Skill And Gross Motor Skill

Fine motor skills – बच्चों के छोटे-छोटे जॉइंट्स पर काम किया जाता है जैसे उंगलियां, आंखें, जीभ आदि! Examples

Writing

coloring

Cutting

breaking chapati

| यह सब fine motor skills होती हैं

Gross Motor Skills :- इसे बच्चे की पूरी बॉडी पर ध्यान दिया जाता है जैसे की बड़े जॉइंट्स जैसे सोल्डर्स हिल्स आदि Examples –

Swimming

Jumping

Running

Leave a comment