Birsa Munda ki jivani khortha me | Birsa Munda nibandh                          

बिरसा मुण्डाक जनम ठाव आर जनमतिथिञ्  मतभेद हे ताव जे मानल गेल ओकर मोताबिक 15 नवम्बर 1875 मेँ गाँव उलिहातु (अड्की) ,जिला-राँची (आबखूंटी ) में हेल रहे । बापेक नाम सुगना मुंडा आर माय के नाम करमी देवी रहे । ऊ आपन तीन भाईएं मझिला रहे । ऊ पढ़े मेँ बड़ी तेज़ रहे ।

Gurujik Fikir Kahani | गुरूजी फिकीर कहानी Best Mcq

Gurujik Fikir Kahani | गुरूजी फिकीर कहानी Best Mcq

Gurujik Fikir,गुरुजीक फिकीर, छाँहइर कहानी संग्रह,कहानी-5 ,JPSC/JSSC CGL 1 – गुरूजी फिकीर कहानी में किसकी फीकीर के बारे में बताया गया है? Ans – गुरुजी के चिंता के बारे में ।     चिंता के बारे में = चेठा , फीकीर , चहक । 2- गुरुजी के फीकीर कहानी में प्रमुख…

खोरठा भासाक विशेसता | खोरठा भाषा की विशेषता

खोरठा भासाक विशेसता | खोरठा भाषा की विशेषता

कोनो भासाक आपन बिसेसताक ओजह से ही अलग ठाँव – ठेकान नाम देल जाइक ।खोरठा भासाको आपन बाछार बिसेसता हइ ।जकराँ हामिन हेंठे उखरवल बिंदु से समझे पारबइ।

jtet 2016 खोरठा question paper | jtet khortha question paper pdf

jtet 2016 खोरठा question paper | jtet khortha question paper pdf

प्रश्न-1- करम पर्व कखन मनवल जाहे ?
(a) भादो इंजोरिया एकादशी
(b) भादो कृष्ण पक्ष
(c) भादो इंजोरिया द्वादशी
(d) सावन इंजोरिया तिरोदसी

खोरठा पत्र-पत्रिकाएँ एवं संपादक

पत्रिका                                     संपादक का नाम 1. मातृभाषा (धनबाद )                श्रीनिवास पानुरी 2. खोरठा (धनबाद)                    श्रीनिवास पानुरी 3. तितकी ( धनबाद)                    श्रीनिवास पानुरी 4. तितकी (कतरास)                विश्वनाथ दसौंधी ” राज “ 5 .तितकी (रामगढ़)            ” झारपात ” (ए.के झा ) 6 .तितकी (बोकारो)   दिनेश दिनमणि+शांति भारत 7. लुआठी(बालीडीह )         गिरिधारी गोस्वामी ‘आकाश खूंटी ‘ 8 .इजोर ( देवघर)              धनजय प्रसाद…

खोरठा के विलोम शब्द ( उल्टे अरथेक सबद )

खोरठा के विलोम शब्द ( उल्टे अरथेक सबद )

शब्द     विलोम शब्द            शब्द — विलोम शब्द
1-ढाँगा — ठुरका                   लम्बा — नाटा
2 -ढाँगी — ठुरकी                  लम्बी — नाटी

खोरठा  संज्ञा ( संइगा ) | khortha vyakaran sangya

खोरठा  संज्ञा ( संइगा ) | khortha vyakaran sangya

हिन्दी जइसन खोरठा में कोनों चीजेक नाम , जगS के नाम ,कोनो गोंठ -तोंठ ,भाभ- विचार ,के नाम के संइगा कहल जा हे । (हिन्दी जैसा खोरठा में किसी स्थान ,समूह ,भाव आदि को संज्ञा कहा जाता है ) जैसे :-राम, चीनी ,पटना ,सैनिक आदि ।

khortha vyakaran ling | खोरठा व्याकरण लिंग

khortha vyakaran ling | खोरठा व्याकरण लिंग

खोरठा में लिंग के माने मरद – जाइत आर जनि – जाइत के होवे हे । एकर में खाली जीव-जन्तु के लिंगेक विचार होवे हे ।

खोरठा भाषा में दैनिक उपयोग में आने वाले वाक्य

खोरठा भाषा में दैनिक उपयोग में आने वाले वाक्य

खोरठा प्रारूप       —           हिन्दी प्रारूप

1-  ई ऐगो गाय हइ ।               यह एक गाय है।

2- ई ऐगो बकरी हई ।              यह एक बकरी है ।

खोरठा भाषा ( भासा ) के प्रचलित शब्दकोष अ ,आ ,इ

क्रिया  के ‘  अ ‘  शब्द

        हिन्दी अर्थ             —-           खोरठा शब्द                           

(1)      अकबकाना               —-         अकबकाएक

(2)  अनुपस्थित होना              —-          नागा होवेक

खोरठा व्याकरण अनेक शब्दों के एक शब्द ( ढेइर सबदेक एगो शब्द )

खोरठा व्याकरण अनेक शब्दों के एक शब्द ( ढेइर सबदेक एगो शब्द )

अनेक शब्द               —       एक शब्द

1- उ भूइयाँ जेकर में कुछो नाञ उपजे हे  — ऊसर (वह भूमि जिसमें कुछ भी पैदा नहीं होता है )

2-लिएक – दिएक बात        — पैसा -कौड़ी ( लेन – देन वाली बात )

खोरठा भाषा ( भासा ) में कब ,क्यों ,कैसे का प्रयोग

1-  तोंइ इसकूल कखन जिबे ?                             तुम विद्यालय कब आओगे ?

2- अधिकारी ऑफिस में कखन अइतो ?               अधिकारी कार्यालय में कब आयेगा ?

3- मास्टर कखन अइतो ?  शिक्षक कब आयेंगें  ?

 खोरठा भाषा में अनुच्छेद लेख

 खोरठा भाषा में अनुच्छेद लेख

खोरठा भाषा में अनुच्छेद लेखन क्या है

आजकल विभिन्न परीक्षाओ एवं प्रतियोगिता परीक्षाओं में क्षेत्रिय एवं जनजातीय भाषा में अनुच्छेद लिखने के लिए कहें जाते हैं । अनुच्छेद हिन्दी में दिये रहते हैं जिसका अनुवाद अपनी भाषा में करना होता है।

खोरठा भाषा में पत्र लेखन | khortha bhasha patra lekhan

खोरठा भाषा में पत्र लेखन | khortha bhasha patra lekhan

खोरठा में पत्र लेखन हेतु मार्ग दर्शन : पत्र लेखन एक कला है ।एक अच्छा पत्र वह होता है , जिसमें संक्षेंप में सरल भाषा अपनी बात व्यक्त की गई हो ।आप भी एक अच्छा पत्र लिख सकतें है

खोरठा  व्याकरण उपसर्ग (उपसरग ) |khortha vyakaran upsarg

खोरठा  व्याकरण उपसर्ग (उपसरग ) |khortha vyakaran upsarg

जो शब्दों से पहले लगकर उनके अर्थ में विशेषता या परिवर्तन ला देतें हैं या उसके अर्थ को बदल देते हैं, उपसर्ग कहलाते हैं ।

खोरठा भाषा में प्रत्यय ( परतइय )|khortha bhasha mien pratyay

खोरठा भाषा में प्रत्यय ( परतइय )|khortha bhasha mien pratyay

जो शब्दांश शब्दों के बाद लगकर उनके अर्थ में विशेषता या परिवर्तन ला देते हैं या उसके अर्थ को बदल देते है ,प्रत्यय कहलाते हैं।

खोरठा शब्द विचार ( सबद विचार )|khortha sabd vichar

खोरठा शब्द विचार ( सबद विचार )|khortha sabd vichar

हिन्दी भासा जइसन खोरठा में अरथ वाला गुइल -गाहाइर जेके कोनों अरथ निकले ओकरा सबद कहल जा हे।

खोरठा नकारात्मक वाक्य |khortha nakaraatmak vaaky | khortha negative sentence

खोरठा अनुवाद       —          हिन्दी प्रारूप 1 – हाम बेमान नाञ ही ।        मैं बेईमान नहीं हूँ 2 – ऊ घुसखोर नाञ हइ ।     वह घुसखोर नहीं है । 3 – राम ईमानदार नाञ हइ राम ईमानदार नहीं है। 4 – तोंइ खराब नाञ हें।        तुम बुरा नहीं हो ।…