नागपुरी व्याकरण प्रत्यय |Nagpuri vyakaran pratyay     

परिभासा –  सबद मन कर पाछे जोन अछर इया अछर समूह लगाल जायला उके प्रत्यय कहल जायला |

प्रत्यय दुइ सबद कर मेल प्रति+अय से बईन हे प्रति कर माने साथ में पाछे, बादे आउर ‘अय’ कर माने होवेला चालेकवाला । कहेक माने कोनो सबद कर पाछे लाइग के चालेक वाला अविकारी सबद ।

जइसे – भला + आइ = भलाइ

हियाँ भला सबद कर पाछे आइ प्रत्यय लाइग के भला से भलाइ सबद बनलक |

नागपुरी में प्रत्यय कर परयोग होवेला । जइसे –

आ – भूखा, सुखा

आन – उठान , कमान

आइ – लड़ाइ ,चतुराइ ,सुनवाइ

आउ – टिकाउ,जड़ाउ

आरी – जुआरी, पंसारी

ई – सदानी, हँसी ,घुड़की

नी – कपनी, नचनी

तना – ओतना, एतना

ला – संइझला, मइझला

वाहा – हरवाहा, चरवाहा, खसुवाहा

वाला – बाजावाला, घरवाला, मुरलीवाला

लाहा – मरलाहा, जरलाहा, पोड़लाहा

यल – सड़ियल, अड़ियल ,मरियल

इन – दगरीन, धंगरीन ,मँउवारीन ( मालकिन )

इया – मचिया ,पटिया ,खटिया

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