झारखंड का इतिहास | History of Jharkhand
झारखंड का इतिहास एवं संस्कृति के प्राचीन काल से लेकर वर्तमान काल तक गौरवशाली परंपरा रही है। झारखंड का इतिहास एवं संस्कृति के निर्माण में जनजाति समाज का अमूल्य योगदान रहा है।
झारखंड का इतिहास एवं संस्कृति के प्राचीन काल से लेकर वर्तमान काल तक गौरवशाली परंपरा रही है। झारखंड का इतिहास एवं संस्कृति के निर्माण में जनजाति समाज का अमूल्य योगदान रहा है।
झारखंड में जनजातीय समूह की 2011 ई जनगणना के अनुसार 8645 042 राज्य की कुल जनसंख्या का 26.2% है। ग्रुप से से ज्यादा जनजातियां का निवास करती है, जिनमें 8 आदिम जनजाति एवं 24 अनुसूचित जनजाति के रूप में चिन्हित है, आदिम जनजाति की कुल जनसंख्या 29,2359 है जो राज की कुल जनसंख्या का 2.4 प्रतिशत है ।
0 निदी शून्य
1 ओंद एक
2 एँड़ दो
3 मून्द तीन
Jharkhand is a blessed land with the natural gift of immense mineral potential and other natural resources. Jharkhand state enjoys a strong position on the mineral map of the country.
Heredity & Environment :- जब अनुवांशिक (Genes) गुण (आंख, नाक, रंग, चिंतन, लंबाई, बुद्धि आदि) एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में Transfer होते हैं उसे अनुवांशिकता या वंशानुक्रम कहते हैं ।
वृद्धि (Growth) जब हमारे शरीर की संरचना या आकार बढ़ना शुरू होता है उसे वृद्धि कहते है ।
वर्ष 2002 में संविधान के 86 वें संशोधन द्वारा अनुच्छेद 21 ए के भाग 3 के माध्यम से 6 से 14 वर्ष तक के सभीबच्चों को मुफ्त एवं अनिवार्य शिक्षा उपलब्ध कराने का प्रावधान किया गया था।
शिक्षा समिति एवं शिक्षा आयोग भारत में स्वतंत्रता पूर्व बनी शिक्षा समितियां आयोग कोलकाता विश्वविद्यालय परिषद :- कोलकाता विश्वविद्यालय परिषद का गठन 1818 में हुआ । >चार्ल्स वुड समिति :- इस समिति का गठन 1824 में चार्ल्स वुड द्वारा किया गया है इसे भारतीय शिक्षा का मैग्नाकार्टा भी कहा जाता…
(1) कुँड़ुख़ एका परिवार ता भाख़ा तली ?
(a) आर्य
(b) द्रविड़
(c) आस्ट्रीक
(d) बर्मी
उत्तर- (b)
1857 के विद्रोह में झारखंड:– Q.1- झारखंड में 1857 के विद्रोह की शुरुआत कब हुई? (A) 10 मई 1857 को (B) 12 मई 1857 को (C) 10 जून 1857 (D) 12 जून 1857 Q2. झारखंड में 1857 के विद्रोह की शुरुआत किस स्थान से हुई थी? (A) ओरमांझी ,रांची (B)…
झारखंड में पूरे हर्षोल्लास के साथ त्योहारों को मनाया जाता है झारखंड राज्य में बनाए जाने वाले त्योहारों झारखंड का भारत में सांस्कृतिक विरासत के अद्भुत उपस्थिति का पता चलता है हालांकि झारखंड के मुख्य आकर्षण आदिवासी देवारा के उत्सव में होता है।