JSSC NAGPURI LITERATURE AND LANGUAGE SYLLABUS

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नागपुरी भाषा साहित्य पाठ्यक्रम 1. व्याकरण – वर्ण,संज्ञा,सर्वनाम,लिंग,वचन,कारक,विशेषण,क्रिया विशेषण,अव्यय,उपसर्ग,प्रत्यय,काल, क्रिया,वाक्य,समास,अनेक शब्द के बदले एक शब्द, विलोम शब्द, समानार्थी शब्द,मुहावरे एवं कहवाते,वाक्य शुद्धि । 2. साहित्य – (क) नागपुरी लोक साहित्य – लोक गीत, लोक    कथा ,पहेली,कहावत, मुहावरे । (ख) लोक गीत – डमकच ,पावस,उदासी,फगुवा पंचरंगी, फगुवा पुछारी ,झूमर,अंगनई, लहसुआ झुमआ, सोहराई गीत । (ग) नागपुरी … Read more

नागपुरी संस्थान

नागपुरी संस्थान पिठोरिया में स्थापित है। इस संस्थान ने नागपुरी भाषा के विकास में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है ।

नागपुरी व्याकरण के पर्यायवाची शब्द

नागपुरी व्याकरण के पर्यायवाची शब्द

नागपुरी भाषा में हिन्दी की तरह हीं एक शब्द के कई रूपों का प्रयोग किया जाता हैं ।उसे नागपुरी भाषा में पर्यायवाची शब्द कहते हैं ।

नागपुरी व्याकरण विलोम शब्द  (  उल्टा शब्द )

नागपुरी व्याकरण विलोम शब्द  (  उल्टा शब्द )

शब्द       विलोम शब्द       शब्द         विलोम शब्द

ढाँगा           ढ़ेपचा             लम्बा                  नाटा

ढाँगी           ढ़ेपची             लम्बी                  नाटी

थुल-थुल     लिटिर-पिटिर    मोटा       दुबला-पतला

 नागपुरी भासा मुहाबरा

1. कपार बथेक – तकलीफ होवेक

2. काठ मारेक – हतप्रभ होवेक

3. कपार फाटेक – नसीब खराब होवेक

4. करजा ठंढा होवेक – बदला पूरा होवेक

 नागपुरी व्याकरण लिंग | Nagpuri vyakaran ling

परिभासा

नागपुरी लोक भाषा हेके सेके इकर में लिंग निर्नय कर बगरा समस्या नखे । लिंग कर माने होवेला जेकर से पुरुष (पुरुख) चाहे स्त्री (जनी) जात के पहचान होवे ।

नागपुरी व्याकरण प्रत्यय |Nagpuri vyakaran pratyay     

nagpuri vyakaran प्रत्यय

परिभासा –  सबद मन कर पाछे जोन अछर इया अछर समूह लगाल जायला उके प्रत्यय कहल जायला |

प्रत्यय दुइ सबद कर मेल प्रति+अय से बईन हे प्रति कर माने साथ में पाछे, बादे आउर ‘अय’ कर माने होवेला चालेकवाला । कहेक माने कोनो सबद कर पाछे लाइग के चालेक वाला अविकारी सबद ।

नागपुरी भाषा उपसर्ग | Nagpuri vyakaran upsarg

नागपुरी भाषा उपसर्ग

# उपसर्ग किसे कहते है?

उपसर्ग उसन सबद कर अंस इया अव्यय के कहयँना जे कोनों सबद कर पहिले आयके कोनों बिसेस अरथ परगट करेला ।

नागपुरी भाषा (संग्या) व्याकरण | नागपुरी भाषा संज्ञा

परिभासा = कोनवे भासा कर आपन बेयाकरनिक बिसेसता होवेला,नागपुरियो कर आपन बेयाकरनिक बिसेसता हय मुदा संज्ञा कर बाबइत नागपुरी संज्ञा हिन्दी संज्ञा लखे हय ।