सरहुल परब | Sarhul Parab khortha nibandh

सरहुल परब

सरहुल परब  सबद दु सबद से बनल हे — सरइ  फूल जे बादे बिगइड़ के “ सरहुल ”   हेल , काहे की ई परबे सरइ गाछ आर ओकर फूल कर बेसी मान महातम हे । काहे कि एकर सरइ गाछ आर सरई फूल कर पूजन हेब हे।

Sanskrtik jhagada khortha Kahani |सांस्कृतिक झगड़ा खोरठा कहानी

Sanskrtik jhagada khortha Kahani

सांस्कृतिक झगड़ा खोरठा कहानी (I)सभ्यता का जर – संस्कार और संस्कृति (II) संस्कृति का जर – आदमी के रहन – सहन /व्यवहार – विचार , किसी देश का विकास (III) तीन प्रकार के मानव जाति का उल्लेख  – अस्ट्रेलियन ,म्ंगोलियन ,  और द्रविड़यन । (IV) भारत में दो प्रकार के संस्कार का विकास हुआ है- … Read more

Gurujik Fikir Kahani | गुरूजी फिकीर कहानी Best Mcq

Gurujik Fikir Kahani

Gurujik Fikir,गुरुजीक फिकीर, छाँहइर कहानी संग्रह,कहानी-5 ,JPSC/JSSC CGL 1 – गुरूजी फिकीर कहानी में किसकी फीकीर के बारे में बताया गया है? Ans – गुरुजी के चिंता के बारे में ।     चिंता के बारे में = चेठा , फीकीर , चहक । 2- गुरुजी के फीकीर कहानी में प्रमुख पात्र कौन है ?  Ans … Read more

खोरठा के विलोम शब्द ( उल्टे अरथेक सबद )

खोरठा के विलोम शब्द

शब्द     विलोम शब्द            शब्द — विलोम शब्द
1-ढाँगा — ठुरका                   लम्बा — नाटा
2 -ढाँगी — ठुरकी                  लम्बी — नाटी

खोरठा  संज्ञा ( संइगा ) | khortha vyakaran sangya

खोरठा  संज्ञा ( संइगा )

हिन्दी जइसन खोरठा में कोनों चीजेक नाम , जगS के नाम ,कोनो गोंठ -तोंठ ,भाभ- विचार ,के नाम के संइगा कहल जा हे । (हिन्दी जैसा खोरठा में किसी स्थान ,समूह ,भाव आदि को संज्ञा कहा जाता है ) जैसे :-राम, चीनी ,पटना ,सैनिक आदि ।

khortha vyakaran ling | खोरठा व्याकरण लिंग

khortha vyakaran ling

खोरठा में लिंग के माने मरद – जाइत आर जनि – जाइत के होवे हे । एकर में खाली जीव-जन्तु के लिंगेक विचार होवे हे ।

खोरठा मुहावरा | आहना | kortha muhavara

आहना

1- आँचराक तरे             आँचल में छिपाकर रखना

2-आइरें –गोहरें                      इधर- उधर

खोरठा भाषा ( भासा ) के प्रचलित शब्दकोष अ ,आ ,इ

क्रिया  के ‘  अ ‘  शब्द

        हिन्दी अर्थ             —-           खोरठा शब्द                           

(1)      अकबकाना               —-         अकबकाएक

(2)  अनुपस्थित होना              —-          नागा होवेक

खोरठा व्याकरण अनेक शब्दों के एक शब्द ( ढेइर सबदेक एगो शब्द )

खोरठा व्याकरण अनेक शब्दों के एक शब्द

अनेक शब्द               —       एक शब्द

1- उ भूइयाँ जेकर में कुछो नाञ उपजे हे  — ऊसर (वह भूमि जिसमें कुछ भी पैदा नहीं होता है )

2-लिएक – दिएक बात        — पैसा -कौड़ी ( लेन – देन वाली बात )

खोरठा भाषा ( भासा ) में कब ,क्यों ,कैसे का प्रयोग

1-  तोंइ इसकूल कखन जिबे ?                             तुम विद्यालय कब आओगे ?

2- अधिकारी ऑफिस में कखन अइतो ?               अधिकारी कार्यालय में कब आयेगा ?

3- मास्टर कखन अइतो ?  शिक्षक कब आयेंगें  ?

 खोरठा भाषा में अनुच्छेद लेख

खोरठा भाषा में अनुच्छेद लेख

खोरठा भाषा में अनुच्छेद लेखन क्या है

आजकल विभिन्न परीक्षाओ एवं प्रतियोगिता परीक्षाओं में क्षेत्रिय एवं जनजातीय भाषा में अनुच्छेद लिखने के लिए कहें जाते हैं । अनुच्छेद हिन्दी में दिये रहते हैं जिसका अनुवाद अपनी भाषा में करना होता है।