पाटकर पेंटिंग ,Paitkar Painting ,paatkar painting
झारखंड की विरासत पाटकर पेंटिंग को बचाने के लिए राज सरकार ने पूर्वी सिंहभूम के धालभूमगढ़ प्रखंड आमाडुबी गांव को पर्यटन गांव ( टूरिस्ट विलेज) घोषित कर रखा है।
=> लेकिन यह पेंटिंग लुप्त होने के कगार पर है।
=> इस गांव के अनिल चित्रकार पाटकर पेंटिंग को देश विदेश में पहचान दिलाई । कलाप्रेमियों ने गांव आकर पेंटिंग को सराहा और खरीदा भी।
=> अनिल चित्रकार कहते हैं कि पाटकर पेंटिंग पेड़ की और पत्तों के रंग से बनाई जाती है, ब्रश भी हाथों से बनाया जाता है।
=> इस पेंटिंग की ब्रडिंग भी ठीक से राज्य सरकार ने नहीं की है।
=> इस पेंटिंग में रंगों के माध्यम से किसी घटना या कहानी का चित्रण किया जाता है इसे बनाने वाले एक खास जाति से आते हैं जिन्हें चित्रकार कहते हैं।
=> झारखंड पर्यटन निगम की ओर से इस गांव को विकसित किया जा रहा है ।जमशेदपुर से 60 किलोमीटर की दूरी पर आमाडुबी गांव है।