खोरठा व्याकरण उपसर्ग (उपसरग ) |khortha vyakaran upsarg
जो शब्दों से पहले लगकर उनके अर्थ में विशेषता या परिवर्तन ला देतें हैं या उसके अर्थ को बदल देते हैं, उपसर्ग कहलाते हैं ।
जो शब्दों से पहले लगकर उनके अर्थ में विशेषता या परिवर्तन ला देतें हैं या उसके अर्थ को बदल देते हैं, उपसर्ग कहलाते हैं ।
हिन्दी भासा जइसन खोरठा में अरथ वाला गुइल -गाहाइर जेके कोनों अरथ निकले ओकरा सबद कहल जा हे।
खोरठा अनुवाद — हिन्दी प्रारूप 1 – हाम बेमान नाञ ही । मैं बेईमान नहीं हूँ 2 – ऊ घुसखोर नाञ हइ । वह घुसखोर नहीं है । 3 – राम ईमानदार नाञ हइ राम ईमानदार नहीं है। 4 – तोंइ खराब नाञ हें। तुम बुरा नहीं हो । 5 – हामिन निरदइ नाञ … Read more
1-झारखंण्डे कते सदानी परिवार के भासा बचकल जा हे-
a पांचगो
b नौगो
c चाइर गो
d दुगो